ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। कानन कुण्डल कुञ्चित केसा ॥४॥ हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै । बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा। राम मिलाय राज पद दीन्हा॥ हनुमान यात्नमास्ताया दु:ख क्षय करोभाव यह भी पढ़ें इंदौर के पितरेश्वर हनुमान धाम का इतिहास... ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय पंचवदनाय https://wardh207wya7.blogdomago.com/34405977/hanuman-chalisa-an-overview